वीडियो जानकारी: 31.12.23, संत सरिता, ग्रेटर नॉएडा <br /><br />जब दर्शन गिरता है, तब देश गिरता है || आचार्य प्रशांत (2023)<br /><br />📋 Video Chapters:<br />0:00 - Intro<br />1:52 - घर की परिभाषा<br />6:19 - धर्म और ज्ञान की कमी<br />12:38 - धर्म का विकृत स्वरूप और उसके प्रभाव <br />18:57 - भारत की आक्रामकता की कमी<br />25:34 - धार्मिकता और संघर्ष<br />28:53 -भारत की स्थिति और सुधार<br />29:01 - समापन <br /><br />विवरण:<br />इस वीडियो में आचार्य जी ने पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठानों की वास्तविकता पर गहन विचार किया है। उन्होंने बताया कि पारंपरिक विधियों का पालन करते समय हमें उनके अर्थ और महत्व को समझना चाहिए। आचार्य जी ने यह भी बताया कि भारतीय समाज में धार्मिकता का विकृत रूप कैसे विकसित हुआ है, जिसमें समर्पण की बात की गई है, जबकि संघर्ष और साहस की आवश्यकता को नजरअंदाज किया गया है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि ज्ञान और समझ के बिना पूजा का कोई अर्थ नहीं है और हमें अपने अतीत को समझकर वर्तमान में सुधार लाने की आवश्यकता है।<br /><br />प्रसंग: <br />~ "मैं" की मूल बिमारी क्या है?<br />~ भारत अंधविश्वास और पाखंड में कैसे पड़ा?<br />~ भारत में धर्म के साथ कौनसे दो गलत काम हुए?<br />~ भारत में युद्ध को हटाकर, समर्पण की बात करना क्यों उचित नहीं था?<br />~ अन्य लोकों की बातों ने कैसे भारत के लोगों को यथार्थ से दूर कर दिया?<br /><br />संगीत: मिलिंद दाते<br />~~~~~